२३ फेब्रुवारी १८९३* *संशोधक रुडाॅल्फ डिझेल ने डिझेल इंजिनचे पेटंट मिळवले

लोकदर्शन👉संकलन एवं संकल्पना
अनिल देशपांडे बार्शी
९४२३३३२२३३
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रुडॉल्फ डीज़ल (1858 – 1913), जर्मनी के प्रसिद्ध इंजीनियर थे। इनकी खोजों के आधार पर ही डीजल इंजन बना।

रुडॉल्फ डीजल का जन्म पैरिस में हुआ था। इनके मातापिता सन् 1870 से इंग्लैंड में रहने लगे, किंतु अपेन बेटे को इन्होंने जर्मनी में ऑग्सवर्ग और म्यूनिख के कालेजों में पढ़ने भेजा। शिक्षा के पश्चात् ये कुछ काल तक पैरिस में शीतक यंत्रों के एक कारखाने के मैनेजर रहे, किंतु फिर म्यूनिख लौट गए!

म्यूनिख में इन्होंने वे अनुसंधान आरंभ किए जिनके आधार पर भविष्य में डीज़ल इंजन बना। सन् 1893 में इन्हीं अनुसंधानों से संबंधित ग्रंथ “दि थ्योरी ऐंड कंस्ट्रक्शन ऑव ए रेशनल हीट मोटर” नामक ग्रंथ इन्होंने लिखा। इसी वर्ष क्रुप तथा ऑग्सबर्ग के कारखानों में डीज़ल इंजनों का निर्माण आरंभ हुआ, किंतु इसको व्यावहारिक रूप देने में इन्हें चार वर्ष लगे।

सन् 1899 में इन्हीं इंजनों के बनाने का कारखाना इन्होंने ऑग्सबर्ग में खोला और अपना शेष जीवन इन इंजनों को पूर्ण रूप से उपयोगी बनाने में बिताया। फिर भी ये इनसे विशेष आर्थिक लाभ न उठा सके और न इनकी पूर्ण उपयोगिता देखने के लिये जीवित ही रहे। सितंबर, सन् 1913 की एक रात, ऐंटवर्प से हारिविच जाते हुए, जहाज से समुद्र में गिरकर ये डूब गए।
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अनिल देशपांडे बार्शी
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